स्वतंत्रता दिवस से पहले डोडा में मुठभेड़, चार आतंकियों के मारे जाने की खबर; सेना का अधिकारी शहीद

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के समूल नाश के लिए सुरक्षाकर्मियों का पहाड़ों-घाटियों और कईं अलग-अलग स्थानों पर सर्च अभियान जारी हैं। आज सुबह डोडा के अस्सार इलाके में भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फिर सर्च अभियान चलाया। इस बीच एक बार फिर सुरक्षाकर्मियों का सामना आतंकियों से हुआ।

सुबह से ही सुरक्षाबल आतंकियों की तलाश में जुटे हुए हैं। बुधवार सुबह सेना ने एक आतंकी को घायल कर दिया था। अभी तलाशी जारी ही थी की अभियान के दौरान मुठभेड़ में एक सेना अधिकारी (कैप्टन) भी घायल हो गए। जिन्होंने बाद में दम तोड़ दिया। वहीं, इस मुठभेड़ में चार आतंकियों के मारे जाने की सूचना है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कैप्टन दीपक ने आगे बढ़कर ऑपरेशन का नेतृत्व किया और आतंकवादियों को मार गिराने के लिए साथियों को निर्देशित करना जारी रखा। हालांकि, उन्होंने कहा कि आतंकियों की गोलीबारी के कारण कैप्टन को गोली लग गई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। गंभीर चोटों के कारण कैप्टन ने दम तोड़ दिया और देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया…

‘कैप्टन दीपक आगे से नेतृत्व कर रहे थे और तलाशी अभियान शुरू होने के दौरान स्काउट्स के पीछे तीसरे व्यक्ति थे, उन्होंने कल रात और आज सुबह भी आतंकवादी समूह पर गोलीबारी की।”

बंदूक की गोली से घायल होने के बावजूद दीपक जब तक संभव हो सका, अपने साथियों को निर्देश देते रहे। लेकिन गहरी चोट लगने के कारण वह चोटिल हो गए, जिसके बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।

जम्मू संभाग के पहाड़ी इलाकों में सेना का सर्च अभियान जारी है। वहीं, कश्मीर संभाग के किश्तवाड़ में भी सुरक्षाबल आतंकियों की तलाश में जुटे हैं। जम्मू के कठुआ, उधमपुर और डोडा में इन दिनों सीमा पार से घुसपैठ कर आए आतंकियों को मार गिराने के लिए बड़े स्तर पर अभियान जारी है।

बीते मंगलवार जवानों को इनपुट मिला कि डोडा के अस्सार गांव में अकाल के जंगलों में आतंकियों को देखा गया। यह इलाका पटनीटॉप की पहाड़ियों से जुड़ा है, जिसके बाद शाम में सेना ने सर्च अभियान चलाया। सेना की वाइट नाइट कॉर्प्स ने भी एक्स पर अकार के जंगलों में ऑपरेशन अस्सार के नाम से संयुक्त अभियान चलाए जाने की जानकारी साझा की।