देहरादून। युवाओं में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए, आई हब दिव्यसंपर्क, आईआईटी रूड़की द्वारा समर्थित आई हब डीआईटी विश्वविद्यालय ने केंद्रीय विद्यालय हाथीबड़कला द्वितीय के 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्टार्टअप संस्कृति और ड्रोन प्रौद्योगिकी पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों को साइबर फिजिकल सिस्टम (सीपीएस) स्टार्टअप विकसित करने के लिए जागरूकता पैदा करना और प्रेरित करना था जो पहाड़ी क्षेत्रों में चुनौतियों का समाधान कर सके। कार्यशाला में व्यवसाय शुरू करने के मूल सिद्धांतों, नवाचार के महत्व और सीपीएस में नवीनतम प्रगति, वास्तविक समाधानों में उनके संभावित अनुप्रयोगों पर विशेषज्ञ डॉ. नफीस अहमद (एचओडी, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग) डीआईटी विश्वविद्यालय के नेतृत्व में इंटरैक्टिव सत्र आयोजित कियागया।
डीआईटी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. प्रभा शंकर शर्मा ने ड्रोन में नवीनतम प्रगति, विभिन्न उद्योगों में उनके अनुप्रयोगों और इस क्षेत्र में संभावित कैरियर के अवसरों के बारे में जानकारी प्रदान की। छात्रों ने व्यावहारिक गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया जिससे उन्हें ड्रोन के यांत्रिकी और परिचालन पहलुओं को समझने का मौका मिला। इस कार्यक्रम में रचनात्मकता, समस्या-समाधान और दृढ़ता के महत्व पर जोर देते हुए नवीन विचारों को सफल स्टार्टअप में कैसे बदला जाए, इस पर भी चर्चा शामिल थी। केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य विजय नैथानी ने इस पहल के लिए अपनी सराहना व्यक्त करते हुए कहा, इस कार्यशाला ने हमारे छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक और उद्यमशीलता कौशल का पता लगाने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया है, जो निस्संदेह उन्हें रचनात्मक और नवीन रूप से सोचने के लिए प्रेरित करेगा। कार्यशाला को छात्रों और शिक्षकों दोनों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली, जिन्होंने अकादमिक ज्ञान और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों के बीच अंतर को पाटने में पहल की भूमिका की सराहना की। यह आयोजन तकनीक-प्रेमी उद्यमियों और नवप्रवर्तकों की अगली पीढ़ी के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।