चमोली । केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा और मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा देने वाले सीमांत चमोली जनपद के जिला चिकित्सालय गोपेश्वर को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र प्रदान किया है। मंत्रालय की टीम ने मार्च माह में इस अस्पताल का निरीक्षण किया था।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा और मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा देने वाले जनपद चमोली के जिला चिकित्सालय गोपेश्वर को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र से नवाजा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएस) के मापदंडों में 91 प्रतिशत अंक एवं लक्ष्य नेशनल सर्टिफिकेट हेतु 91.8 प्रतिशत अंक मिले है। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 अनुराग धनिक ने बताया कि सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत के कड़े फैसलों एवं उनके कुशल नेतृत्व के चलते जनपद में स्वास्थ्य का लगातार सुधारीकरण एवं विस्तारीकरण हो रहा है। जिसके चलते जनपद के अस्पतालों की सूरत बदलती नजर आ रही है इसका ताजा उदाहरण सीमांत जनपद चमोली का जिला अस्पताल है। चमोली जिला अस्पताल बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के चलते नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस (एनक्यूएस) के मानकों पर खड़ा उतरा है। इसके लिए जिला अस्पताल को (एनक्यूएस) एवं लक्ष्य नेशनल सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ है।
राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र प्रदान करने से पहले विशेषज्ञों की टीम अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का विभिन्न मानकों पर परीक्षण करती है। इनमें लेबर रूम, मैटरनिटी ओ0टी0, जनरल ओटी, फार्मेसी, रेडियोलॉजी, मेटरनिटी वार्ड एवं जनरल एडमिन का गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत मूल्यांकन किया गया। जिसमें चिकित्सालय की सेवा व्यवस्था, मरीजों के अधिकार एवं दायित्व, इनपुट सपोर्ट सर्विसेज, क्लीनिक सर्विस, इन्फेक्शन कंट्रोल, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम जैसे पैरामीटर शामिल है। इन कड़े मानकों पर खरे उतरने वाले अस्पतालों को ही स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण-पत्र जारी किए जाते हैं। जिसमें जिला चिकित्सालय गोपेश्वर प्रत्येक अनुभाग में अव्वल पाया गया।