साइबर ठग एआई की मदद से अपराधों को दे रहे अंजाम, दुनियाभर के संस्थानों की सबसे बड़ी चिंता

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने एक तरफ जहां कई तरह की नई संभावनाएं पैदा की हैं वहीं इसके दुरुपयोग ने चिंता भी बढ़ाई है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी आउटलुक 2025 के मुताबिक पूरी दुनिया में जनरेटिव एआई साइबर सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ी चुनौती बन कर उभर रहा है। तेजी से हो रही तकनीकी प्रगति और भू-राजनीतिक तनावों के कारण साइबर स्पेस क्षेत्र में चुनौतियां बढ़ी हैं।

 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने एक तरफ जहां कई तरह की नई संभावनाएं पैदा की हैं वहीं इसके दुरुपयोग ने चिंता भी बढ़ाई है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी आउटलुक 2025 के मुताबिक पूरी दुनिया में जनरेटिव एआई साइबर सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ी चुनौती बन कर उभर रहा है। तेजी से हो रही तकनीकी, प्रगति और भू-राजनीतिक तनावों के कारण साइबर स्पेस क्षेत्र में चुनौतियां बढ़ी हैं। इससे वैश्विक साइबर सुरक्षा ढांचे के लिए खतरा बढ़ा है। साइबर सुरक्षा पर विश्व आर्थिक मंच ने 57 देशों में सर्वे किया। इसमें लगभग 409 संस्थानों ने अपनी प्रतिक्रिया दी। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में लगभग 47 फीसदी संगठनों ने एआई के जरिए किए जाने वाले हमलों को अपनी सबसे बड़ी चिंता बताया। संस्थानों ने साइबर हमलों को रोकने के लिए ट्रेंड लोगों की कमी की भी बात कही है।